रविवार, 7 जून 2009

यूँ ही तो हुए हम व्यतीत

कुछ ख़बर आस्मां की
बादलों से मिल जाती
उम्मीद से उसकी तरफ़ ताका किए हम

2 टिप्‍पणियां:

  1. कुछ खबर धरती की
    हवाओं से मिल जाती
    उम्मीद से उनकी तरफ हांका किये हम !

    .....................................
    यार आज तुक मिलाने का दिल किया सो मिला दिया !

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  2. kam shabdon men lajwab bat...badhai.
    ___________________________________
    अपने प्रिय "समोसा" के 1000 साल पूरे होने पर मेरी पोस्ट का भी आनंद "शब्द सृजन की ओर " पर उठायें.

    जवाब देंहटाएं

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