सच को तर्क की छत नहीं चाहिए। -----शब्दों के आगे हमें निःशब्द यात्रा करनी है। --------तितली -सा दिन , जिंदगी में , एक बार तो आये। -------धीरे-धीरे चलूँ ,साथ हो सके कोई और \अपना भी। -----------------------------------में पहाड़ों के पास , उनका अकेलापन दूर करने जा रहा हूँ।
"तितली -सा दिन , जिंदगी में , एक बार तो आये"
जवाब देंहटाएंगहरी सोच के साथ लिखी गई पोस्ट !