Titli sa din तितली-सा दिन
रविवार, 22 जुलाई 2012
kal kal
तुमने कल मिलने को
कहा था कल
भले न मिलो आज
कल मिलना कहने ही के लिए
मिल जाओ आज फिर
मुझे
कल कल सुनना अच्छा लगता है ...
1 टिप्पणी:
उम्मतें
4 सितंबर 2012 को 7:44 pm बजे
आज और कल में जिंदगी सिमट गई !
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जय श्रीवास्तव
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आज और कल में जिंदगी सिमट गई !
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